Fir se tishnagi ka ehsaas lout aaega
Dekhna wo mere paas lout aaega
फिर से तिश्नगी का एहसास लौट आएगा
देखना वो मेरे पास लौट आएगा
Aaega to muskura dijiyega pal bhar bhi
Vagarna wo fir se udaas lout aaega
आएगा तो मुस्कुरा दीजियेगा पल भर भी
वगरना वो फिर से उदास लौट आएगा
written by Mustafiz
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